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Showing posts from October, 2023

यहूदियों की धार्मिक किताब Talmud के बारे में

Talmud यहूदी धर्म की सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथों में से एक है। यह एक विशाल और जटिल ग्रंथ है जो कानून, नैतिकता, इतिहास, दर्शन और साहित्य का एक संग्रह है। Talmud को आमतौर पर दो भागों में विभाजित किया जाता है: Mishnah और Gemara। Mishnah, जो पहली शताब्दी ईस्वी में लिखा गया था, यहूदी कानून का एक संकलन है। Gemara, जो दूसरी से छठी शताब्दी ईस्वी में लिखा गया था, Mishnah की व्याख्या और विस्तार है। Talmud का इतिहास Talmud का इतिहास कई शताब्दियों में फैला हुआ है। यहूदी धर्म के शुरुआती दिनों में, यहूदियों ने मौखिक रूप से कानून और परंपराओं को पारित किया। पहली शताब्दी ईस्वी में, Rabbi Yehuda HaNasi ने Mishnah को संकलित किया, जो यहूदी कानून का एक लिखित संग्रह था। Mishnah को जल्द ही Gemara द्वारा विस्तारित किया गया, जो Mishnah की व्याख्या और विस्तार है। Talmud का विकास कई शताब्दियों तक जारी रहा। विभिन्न समुदायों ने अपने स्वयं के Talmudic स्कूल और परंपराएं विकसित कीं। इसने Talmud को कई अलग-अलग रूपों में जन्म दिया, जिनमें Mishneh Torah, Shulkhan Arukh और Orach Chayim शामिल हैं। Talmud का महत्व Talmu

इजराइल और हमास फिलिस्तीन के बीच युद्ध: एक ऐतिहासिक और वर्तमान विश्लेषण

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परिचय: इजरायल और हमास फिलिस्तीन के बीच युद्ध एक लंबा समय से चल रहा संघर्ष है जो दोनों पक्षों के लिए बहुत नुकसान पहुंचा चुका है। यह संघर्ष 1948 में शुरू हुआ जब इजरायल ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की और फिलिस्तीनियों ने इस क्षेत्र पर अपनी दावेदारी जताई। तब से, दोनों पक्षों के बीच कई युद्ध हुए हैं, जिसमें सबसे हालिया 2023 में हुआ था। यह ब्लॉग पोस्ट इजरायल और हमास फिलिस्तीन के बीच युद्ध के इतिहास और वर्तमान स्थिति का एक विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करता है। यह पोस्ट दोनों पक्षों के दावों और लक्ष्यों पर चर्चा करती है, और संघर्ष के कारणों और परिणामों की समीक्षा करती है। 1948 से पहले का इतिहास: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष का इतिहास 19वीं शताब्दी में शुरू हुआ जब यहूदी लोग बड़े पैमाने पर इस क्षेत्र में आकर बसने लगे। उस समय, फिलिस्तीनियों का बहुमत मुस्लिम था, और वे इस क्षेत्र में यहूदी आप्रवासन का विरोध करते थे। 20वीं शताब्दी में, यहूदी राष्ट्रवाद का उदय हुआ, और यहूदी लोग एक यहूदी राज्य की स्थापना के लिए लड़ने लगे। इस अवधि के दौरान, दोनों पक्षों के बीच संघर्ष और हिंसा बढ़ती गई। 1947 मे