यहूदियों की धार्मिक किताब Talmud के बारे में
Talmud यहूदी धर्म की सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथों में से एक है। यह एक विशाल और जटिल ग्रंथ है जो कानून, नैतिकता, इतिहास, दर्शन और साहित्य का एक संग्रह है। Talmud को आमतौर पर दो भागों में विभाजित किया जाता है: Mishnah और Gemara। Mishnah, जो पहली शताब्दी ईस्वी में लिखा गया था, यहूदी कानून का एक संकलन है। Gemara, जो दूसरी से छठी शताब्दी ईस्वी में लिखा गया था, Mishnah की व्याख्या और विस्तार है। Talmud का इतिहास Talmud का इतिहास कई शताब्दियों में फैला हुआ है। यहूदी धर्म के शुरुआती दिनों में, यहूदियों ने मौखिक रूप से कानून और परंपराओं को पारित किया। पहली शताब्दी ईस्वी में, Rabbi Yehuda HaNasi ने Mishnah को संकलित किया, जो यहूदी कानून का एक लिखित संग्रह था। Mishnah को जल्द ही Gemara द्वारा विस्तारित किया गया, जो Mishnah की व्याख्या और विस्तार है। Talmud का विकास कई शताब्दियों तक जारी रहा। विभिन्न समुदायों ने अपने स्वयं के Talmudic स्कूल और परंपराएं विकसित कीं। इसने Talmud को कई अलग-अलग रूपों में जन्म दिया, जिनमें Mishneh Torah, Shulkhan Arukh और Orach Chayim शामिल हैं। Talmud का महत्व Talmu